कुछ साल पहले मेरी नौकरी सुबह 9 से शाम 6 तक की थी। ट्रैफिक और थकान के बीच योग के लिए समय निकालना नामुमकिन लगता था।
लेकिन फिर समझ आया सेहत के लिए समय बनाना पड़ता है। अब मैं रोज़ सिर्फ 15 मिनट योग करता हूँ और फर्क महसूस करता हूँ।
अगर आप सोच रहे हैं, बिजी शेड्यूल में योग कब और कैसे करें तो इस लेख में मैंने आसान और कारगर तरीके साझा किए हैं।
योग क्यों ज़रूरी है? (मेरे अनुभव से)
सिर्फ एक बात कहूंगा योग सिर्फ शरीर के लिए नहीं, मन और आत्मा की भी सफाई है।
जब मैंने पहली बार योग करना शुरू किया, तब मेरा मकसद सिर्फ पीठ दर्द से राहत पाना था। लेकिन कुछ ही हफ्तों में एक गहरा बदलाव महसूस होने लगा:
- सोचने की शक्ति बढ़ने लगी
- नींद बेहतर होने लगी
- काम में फोकस और धार आई
- और सबसे बड़ी बात मन पहले से कहीं ज़्यादा शांत रहने लगा
इसलिए अगर आप भी अक्सर तनाव, थकावट या बेचैनी से जूझते हैं, तो योग से बेहतर कोई उपाय नहीं है।
अब सवाल यह नहीं है कि योग करना चाहिए या नहीं सवाल यह है कि बिजी शेड्यूल में योग कब और कैसे करें?
इसी लेख में मैं वो आसान तरीके साझा कर रहा हूँ जो मैंने खुद आजमाए हैं, ताकि आप भी अपनी रोज़मर्रा की व्यस्तता के बीच योग को जगह दे सकें बिना अपनी दिनचर्या बिगाड़े।
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योग करने का सही समय: व्यस्त दिन में भी आसान विकल्प
अगर आप सोच रहे हैं कि बिजी शेड्यूल में योग कब और कैसे करें, तो मैं अपने खुद के आज़माए हुए तीन आसान टाइम स्लॉट्स बता रहा हूँ:
1. सुबह उठते ही 10 से 15 मिनट:
मोबाइल की जगह योग मैट मेरी प्राथमिकता बन गई।
शुरुआत की थी सिर्फ 5 मिनट अनुलोम-विलोम से, फिर ताड़ासन और शवासन जोड़े।
अब 15 मिनट की ये आदत पूरे दिन ऊर्जा देती है।
बस 15 मिनट पहले उठने की कोशिश करें — यहीं से बदलाव शुरू होगा।
2. लंच ब्रेक में (5 मिनट):
काम के बीच गर्दन घुमाना, डीप ब्रीदिंग और दीवार के सहारे ताड़ासन।
मेरी टीम ने भी इसे अपनाया — माइंड फ्रेश और फोकस बढ़ा।
3. रात को सोने से पहले:
बालासन और शवासन करते ही शरीर रिलैक्स होता है।
नींद गहरी आती है और सुबह दिमाग हल्का लगता है।
मेरी 15 मिनट की खुद की योग दिनचर्या (शुरुआती के लिए भी आसान)
अगर आपके पास सिर्फ 15 मिनट हैं, तो भी एक असरदार योग दिनचर्या संभव है
बिजी दिनचर्या में समय निकालना मुश्किल लगता है, लेकिन मैंने अनुभव से सीखा है कि सिर्फ 15 मिनट भी काफी होते हैं — अगर सही तरीके से योग किया जाए।
- 3 मिनट – अनुलोम विलोम प्राणायाम:
तनाव और बेचैनी कम करने के लिए सबसे असरदार। सुबह-सुबह दिमाग को शांत करने में मदद करता है। - 4 मिनट – ताड़ासन + वृक्षासन:
शरीर को एक्टिव करता है, संतुलन और एकाग्रता बढ़ाता है। यह कॉम्बिनेशन सुबह के लिए परफेक्ट है। - 3 मिनट – भुजंगासन:
लंबे समय तक बैठने से जो पीठ और गर्दन में जकड़न होती है, उसे दूर करता है। ऑफिस वर्कर्स के लिए बेहद ज़रूरी। - 5 मिनट – शवासन:
पूरा अभ्यास शांत करने और मन को स्थिर करने के लिए। इससे दिनभर मानसिक ऊर्जा बनी रहती है।
ये छोटा-सा रूटीन मुझे हर दिन शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रखता है। बिजी शेड्यूल में योग कब और कैसे करें, इसका यही मेरा जवाब है।
शुरुआती लोगों के लिए मेरी सलाह (सीधा अनुभव से)
अगर आप योग में नए हैं, तो घबराने की कोई ज़रूरत नहीं। मैंने भी शुरुआत बहुत छोटे स्तर से की थी। मेरी पहली सलाह है — छोटा शुरू करें। पहले सिर्फ 5 मिनट ही काफी होते हैं।
शुरू में मुझे समझ नहीं आता था कि क्या करना है, इसलिए मैंने YouTube पर “Yoga With Bharat” जैसे आसान चैनल से सीखना शुरू किया।
एक बात मैंने सीखी — फिक्स टाइम बहुत ज़रूरी है। जैसे हम रोज़ ब्रश करते हैं, वैसे ही योग को भी आदत बनाइए।
कई बार मन नहीं करता, लेकिन मैंने बस खुद से एक वादा किया — मैट पर बैठूंगा, चाहे जितना भी समय मिले। शरीर खुद रास्ता दिखाने लगता है।
और सबसे जरूरी बात — योग में ‘परफेक्ट’ कुछ नहीं होता। बस आप करते रहिए, यही असली सफलता है।
बिजी शेड्यूल में योग कब और कैसे करें – FAQs
1. योग के लिए कौन-कौन से आसन सबसे आसान हैं शुरुआती लोगों के लिए?
शुरुआत में आप ताड़ासन, वृक्षासन, अनुलोम-विलोम, भुजंगासन और शवासन जैसे आसान आसनों से शुरुआत कर सकते हैं।
2. क्या शुरुआती लोग घर पर ही योग सीख सकते हैं?
बिल्कुल! आजकल YouTube पर कई भरोसेमंद चैनल (जैसे “Yoga With Bharat”) हैं जहां से आप सरल तरीकों से घर बैठे योग शुरू कर सकते हैं।
3. क्या योग से वज़न कम होता है?
योग धीरे-धीरे और स्थायी रूप से वजन को नियंत्रित करता है। साथ ही यह मेटाबोलिज़्म को सुधारता है और खाने की आदतों में संतुलन लाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज की तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी में खुद के लिए समय निकालना एक चुनौती जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं। योग कोई भारी-भरकम या घंटों चलने वाली प्रक्रिया नहीं है — यह तो बस अपने शरीर और मन के साथ जुड़ने का एक सरल जरिया है।
मैंने खुद इसे सिर्फ 5 मिनट से शुरू किया था, और आज हर दिन 15 मिनट योग करके खुद को बेहतर महसूस करता हूँ। ना सिर्फ मेरी सेहत सुधरी, बल्कि तनाव भी काफी हद तक कम हो गया।
बात सीधी है — सेहत के लिए इंतज़ार मत कीजिए, शुरुआत कीजिए।
आपका शरीर आपका साथ तभी देगा, जब आप भी उसका ध्यान रखेंगे।
क्या आपने आज योग किया? अगर नहीं, तो बस आज ही से शुरू करिए — आप खुद फर्क महसूस करेंगे।