बुखार (fever) शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली द्वारा संक्रमण से लड़ने का संकेत है, लेकिन कभी-कभी यह असहनीय हो जाता है। दवाइयों से पहले, भारत में घरेलू नुस्खों से बुखार का इलाज किया जाता रहा है। आज हम जानेंगे कि आप बिना किसी साइड इफेक्ट के बुखार में कैसे राहत पा सकते हैं। आइए जानें कुछ सुरक्षित, प्रभावशाली और वैज्ञानिक रूप से मान्य बुखार में राहत के घरेलू उपाय।
1. तुलसी का काढ़ा पिएं

बुखार के दौरान तुलसी का काढ़ा एक पुराना और आजमाया हुआ नुस्खा है। तुलसी में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और इम्युनिटी बूस्टिंग गुण बुखार की वजह बनने वाले संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
काढ़ा बनाने का तरीका:
- 8 से 10 तुलसी की ताज़ी पत्तियाँ लें
- 1 छोटा टुकड़ा अदरक (कद्दूकस किया हुआ)
- 2 कप पानी में तुलसी और अदरक डालें
- धीमी आंच पर 7 से 10 मिनट तक उबालें
- गैस से उतार कर छान लें
- स्वाद के लिए 1 चम्मच शहद मिलाएं (नींबू भी ऐड कर सकते हैं)
कब और कैसे पिएं:
- दिन में 2 से 3 बार गुनगुना कर के पिएं
- खाना खाने के बाद या सोने से पहले लेना अधिक लाभकारी होता है
सावधानी:
शहद बच्चों (1 साल से छोटे) को न दें। अगर आपको एलर्जी है अदरक या तुलसी से, तो पहले डॉक्टर से सलाह लें। (बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
2. ठंडी पट्टी से शरीर का तापमान घटाएं

बुखार के दौरान जब शरीर का तापमान बहुत अधिक हो जाता है, तो उसे जल्दी कम करने के लिए ठंडी पट्टी (Cold Compress) एक बेहद आसान और असरदार उपाय है। यह न सिर्फ बुखार को नीचे लाने में मदद करता है, बल्कि सिर दर्द और थकान को भी कम करता है।
कैसे करें ठंडी पट्टी का उपयोग:
एक साफ सूती कपड़ा लें और उसे ठंडे या सामान्य तापमान के पानी में भिगो दें। अब इस कपड़े को अच्छे से निचोड़कर माथे पर रखें। आप चाहें तो गर्दन, बगल और हाथों पर भी यह पट्टी लगा सकते हैं, क्योंकि ये शरीर के ऐसे हिस्से हैं जहाँ से गर्मी जल्दी बाहर निकलती है।
लगभग हर 10 मिनट में कपड़ा बदलें और इस प्रक्रिया को तब तक दोहराएं जब तक शरीर का तापमान सामान्य न हो जाए। यह तरीका खासकर तब उपयोगी होता है जब तेज़ बुखार में तुरंत राहत चाहिए और दवाइयाँ धीरे असर कर रही हों।
ध्यान रखें:
- कपड़ा बहुत ठंडा न हो, खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए।
- यदि कंपकंपी हो रही हो, तो इस उपाय से बचें।
- यह उपाय दवाइयों के साथ-साथ किया जा सकता है, लेकिन दवा का विकल्प नहीं है।
(बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
यह भी पढ़ें: बच्चों को सर्दी लगने पर क्या करें? 8 असरदार घरेलू उपाय जो तुरंत राहत दें
3. नारियल पानी और तरल पदार्थ लें

बुखार के दौरान शरीर का तापमान बढ़ने के कारण शरीर से पसीना अधिक निकलता है, जिससे पानी और मिनरल्स की कमी हो जाती है। इस स्थिति को डिहाइड्रेशन (Dehydration) कहा जाता है, जो बुखार को और बिगाड़ सकता है। ऐसे में शरीर को हाइड्रेटेड रखना बेहद ज़रूरी है।
नारियल पानी: प्राकृतिक ORS
नारियल पानी एक प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट से भरपूर पेय है जो शरीर को न केवल हाइड्रेट करता है, बल्कि उसमें मौजूद पोटैशियम, सोडियम और मैग्नीशियम जैसे तत्व इम्युनिटी को भी मज़बूत बनाते हैं। यह खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि यह हल्का, सुपाच्य और बिना किसी साइड इफेक्ट के होता है।
क्या-क्या पीना चाहिए बुखार में?
- 8 से 10 गिलास साफ पानी
- नारियल पानी (दिन में 1 से 2 बार)
- नींबू पानी (बिना बर्फ के)
- घर का बना सूप या दाल का पानी
- फलों का ताज़ा जूस (बिना चीनी के)
किन चीज़ों से बचें?
- कोल्ड ड्रिंक्स या बर्फ वाला पानी
- कैफीन युक्त चीज़ें जैसे चाय–कॉफी
- अधिक मीठे जूस और डिब्बाबंद ड्रिंक्स
ध्यान रखें:
बुखार के समय अगर पेशाब का रंग गहरा हो रहा है या मुँह बार-बार सूख रहा है, तो यह शरीर में पानी की कमी का संकेत है। ऐसी स्थिति में पानी और अन्य तरल तुरंत बढ़ा दें। (बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
4. आराम करें और शरीर को रिलैक्स करें

जब शरीर बुखार से जूझ रहा होता है, तब उसकी सारी ऊर्जा इंफेक्शन से लड़ने में लग रही होती है। अगर आप पर्याप्त आराम नहीं करेंगे, तो शरीर कमज़ोर हो जाएगा और रिकवरी में ज़्यादा समय लगेगा। इसलिए बुखार में आराम करना कोई आलस नहीं, बल्कि इलाज का हिस्सा है।
क्यों ज़रूरी है बुखार में आराम करना?
- शरीर की इम्यून सिस्टम वायरस से लड़ने में व्यस्त रहती है
- थकावट या ज़्यादा शारीरिक गतिविधि रिकवरी को धीमा कर देती है
- नींद के दौरान शरीर की हीलिंग प्रोसेस तेज़ होती है
- तनाव कम होता है और मानसिक रूप से भी आप बेहतर महसूस करते हैं
कितना आराम करना चाहिए?
- दिन में 7 से 9 घंटे की नींद ज़रूरी है
- बुखार के समय चाहें तो दिन में 1 से 2 घंटे दोपहर को भी विश्राम करें
- बहुत ज़्यादा स्क्रीन टाइम (मोबाइल, टीवी) से बचें ताकि आँखों और दिमाग को भी आराम मिले
उपयोगी टिप्स:
- हल्के, ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें
- कमरे का तापमान न बहुत ठंडा हो न गर्म
- बेड रेस्ट के साथ कुछ हल्की किताबें या शांत म्यूज़िक भी आपको मानसिक शांति देगा
याद रखें: सिर्फ दवाएं नहीं, शरीर को आराम देना भी प्राकृतिक इलाज का अहम हिस्सा है। (बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
5. लहसुन से शरीर की गर्मी बाहर निकालें

बुखार के समय शरीर में अंदरूनी गर्मी (Internal Heat) बढ़ जाती है, जो थकान, पसीना और बेचैनी जैसे लक्षण पैदा करती है। ऐसे में लहसुन (Garlic) एक प्रभावशाली घरेलू उपाय है, जो शरीर की गर्मी को बाहर निकालने में मदद करता है और रोग से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।
लहसुन क्यों फायदेमंद है?
- लहसुन में एंटीबायोटिक, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं
- इसमें मौजूद एलिसिन (Allicin) नामक तत्व संक्रमण से लड़ने में सहायक होता है
- यह शरीर की इम्युनिटी बूस्ट करता है और खून को साफ करता है
कैसे करें लहसुन का इस्तेमाल?
विधि 1: लहसुन पानी
- 1 लहसुन की कली को हल्का कूट लें
- 1 कप पानी में डालकर 5 से 7 मिनट उबालें
- छानकर गुनगुना ही पिएं
- दिन में 1 बार रात को सोने से पहले लें
विधि 2: लहसुन तेल से मालिश
- 2 से 3 लहसुन की कलियाँ सरसों के तेल में गर्म करें
- जब लहसुन हल्का भूरा हो जाए तो तेल को ठंडा करके छान लें
- इस तेल से सीने, तलवों और हथेलियों पर मालिश करें
ध्यान देने योग्य बातें:
- खाली पेट न लें, वरना पेट में जलन हो सकती है
- ज्यादा मात्रा से बचें, दिन में 1 बार ही पर्याप्त है
- अगर एलर्जी या गंध से परेशानी हो तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें
लहसुन एक प्राकृतिक औषधि है जिसे आयुर्वेद में “प्राकृतिक पेनिसिलिन” कहा गया है। इसका सही उपयोग बुखार में जल्द राहत दिला सकता है। (बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
6. हल्का और सुपाच्य भोजन लें

बुखार के समय शरीर पहले से ही थका और कमज़ोर होता है। अगर ऐसे समय में भारी या तैलीय भोजन खा लिया जाए, तो शरीर को उसे पचाने में और ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे रिकवरी धीमी हो सकती है। इसलिए बुखार में हल्का, सुपाच्य और पौष्टिक खाना लेना सबसे बेहतर होता है।
क्यों ज़रूरी है हल्का भोजन?
- शरीर की ऊर्जा वायरस से लड़ने में लग रही होती है
- पाचन शक्ति बुखार में धीमी हो जाती है
- भारी भोजन से पेट में जलन, गैस और अपच की समस्या हो सकती है
- हल्का खाना जल्दी पचता है और तुरंत ऊर्जा देता है
बुखार में क्या खाना चाहिए?
- मूंग दाल की खिचड़ी – हल्की, प्रोटीन युक्त और सुपाच्य
- दाल का पानी (Lentil Soup) – इलेक्ट्रोलाइट्स और पोषण से भरपूर
- मूंग सूप या वेजिटेबल क्लियर सूप – स्वादिष्ट और इम्युनिटी बढ़ाने वाला
- उबले आलू या उबली सब्जियाँ – फाइबर और विटामिन के लिए
- सेब या केला – एनर्जी के लिए हल्के फल
क्या न खाएं?
- ज़्यादा मिर्च-मसाले वाला भोजन
- फ्राइड आइटम्स, फास्ट फूड
- दूध और भारी डेयरी चीज़ें (अगर गला खराब हो)
- बासी या बहुत ठंडा खाना
हल्का भोजन सिर्फ शरीर के लिए नहीं, आपके पाचन तंत्र के लिए भी एक ब्रेक जैसा है – जो बुखार से तेज़ रिकवरी में मदद करता है। (बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
7. सरसों तेल और अजवाइन की सेंक

बुखार के साथ अक्सर शरीर में दर्द, मांसपेशियों में अकड़न और अत्यधिक थकावट महसूस होती है। ऐसे में सरसों के तेल में अजवाइन की सेंक एक बहुत ही प्रभावशाली घरेलू उपाय है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के राहत देता है।
क्यों असरदार है यह उपाय?
- सरसों का तेल शरीर को गर्माहट देता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है
- अजवाइन में प्राकृतिक दर्द निवारक और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं
- दोनों मिलकर मांसपेशियों की जकड़न और बुखार से जुड़ी थकावट को दूर करते हैं
कैसे तैयार करें तेल?
सामग्री:
- 2 टेबलस्पून सरसों का तेल
- 1 टीस्पून अजवाइन
विधि:
- एक छोटा पैन लें और उसमें सरसों का तेल डालें
- उसमें अजवाइन डालकर 1 से 2 मिनट तक धीमी आंच पर गर्म करें
- जब अजवाइन की खुशबू आने लगे, तब गैस बंद कर दें
- तेल को हल्का गुनगुना होने दें और फिर छान लें
कैसे करें इस्तेमाल?
- इस तेल से सीने, तलवों, हथेलियों और पीठ पर हल्के हाथों से मालिश करें
- बच्चों को भी यह उपाय आराम देता है, पर तेल ज्यादा गर्म न हो
- मालिश के बाद आराम करें या सो जाएं — यह नींद को भी बेहतर करता है
ध्यान रखें:
- अगर स्किन सेंसिटिव है तो पैच टेस्ट करें
- बहुत ज़्यादा गर्म तेल से जलन हो सकती है, इसलिए पहले ठंडा करके देखें
- यह उपाय बुखार के साथ होने वाली थकान, जकड़न और कंपकंपी में असरदार है
देसी नुस्खे अक्सर कम संसाधनों में बड़ा असर दिखाते हैं — और ये उपाय उसकी शानदार मिसाल है। (बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
8. नींबू और शहद का सेवन

बुखार के दौरान शरीर के अंदर विषैले तत्व (toxins) जमा हो जाते हैं, जिससे कमजोरी, आलस्य और थकान बढ़ जाती है। ऐसे में नींबू और शहद का मिश्रण एक बेहतरीन प्राकृतिक डिटॉक्स ड्रिंक की तरह काम करता है। यह शरीर को अंदर से साफ करता है और इम्युनिटी को मजबूत बनाता है।
क्यों फायदेमंद है नींबू-शहद का मिश्रण?
- नींबू में विटामिन C होता है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
- यह शरीर से गर्मी और टॉक्सिन्स बाहर निकालता है
- शहद में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं
- यह पेय गले को भी आराम देता है और एनर्जी बढ़ाता है
कैसे तैयार करें?
सामग्री:
- 1 गिलास गुनगुना पानी
- ½ नींबू का रस
- 1 चम्मच शुद्ध शहद
विधि:
- गुनगुने पानी में नींबू का रस और शहद मिलाएं
- अच्छे से हिलाएं और तुरंत सेवन करें
- दिन में 1 से 2 बार सेवन किया जा सकता है, खासकर सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले
ध्यान देने योग्य बातें:
- शहद कभी गर्म पानी में न डालें, इससे उसके पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं
- 1 साल से कम उम्र के बच्चों को शहद न दें
- नींबू अधिक मात्रा में लेने से पेट में जलन हो सकती है, संतुलन बनाए रखें
यह आसान सा उपाय न सिर्फ बुखार में राहत देता है, बल्कि शरीर को हल्का और एक्टिव भी महसूस कराता है। (बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
9. बुखार में भाप लेना फायदेमंद

बुखार के साथ अक्सर नाक बंद, सिर दर्द, और सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याएं जुड़ जाती हैं। ऐसे में भाप लेना (Steam Inhalation) एक बेहद कारगर और तुरंत राहत देने वाला घरेलू उपाय है। यह बिना किसी दवा के नाक खोलने और सिरदर्द कम करने में मदद करता है।
भाप लेने से क्या फायदे होते हैं?
- बंद नाक को खोलता है और साइनस प्रेशर कम करता है
- गले में जमा कफ और खराश को साफ करता है
- सिरदर्द और भारीपन से राहत दिलाता है
- संक्रमण फैलाने वाले वायरस को कमजोर करता है
- सांस लेने में आसानी होती है, खासकर रात के समय
कैसे लें भाप?
सामग्री:
- 1 बड़ा बर्तन पानी
- 1 चुटकी कपूर या 1 चम्मच अजवाइन (दोनों न मिलाएं)
- तौलिया
विधि:
- पानी को उबालें जब तक अच्छी भाप निकलने लगे
- उसमें कपूर या अजवाइन डालें
- बर्तन के पास बैठकर तौलिया से सिर को ढक लें
- गहरी सांस लें, आंखें बंद रखें
- 5 से 7 मिनट तक भाप लें
- भाप लेने के बाद तुरंत पंखे के नीचे न जाएं
कब और कितनी बार लें?
- दिन में 2 बार भाप लेना सुरक्षित और असरदार होता है
- खासकर सुबह और सोने से पहले भाप लेने से नींद बेहतर आती है
- छोटे बच्चों के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है
जरूरी सावधानियां:
- भाप बहुत ज़्यादा गर्म न हो — जलने का खतरा रहता है
- अस्थमा या हार्ट पेशेंट्स को पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए
- भाप के तुरंत बाद ठंडा पानी या ठंडी चीज़ें न लें
एक साधारण सी भाप भी बुखार और जुकाम के लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकती है — वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के। (बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
10. गुनगुने पानी से स्नान करें

बुखार के दौरान कई लोग नहाने से बचते हैं, लेकिन सही तरीके से स्नान करना न सिर्फ शरीर को साफ़ करता है, बल्कि बुखार से जुड़ी थकान, पसीना और भारीपन भी कम करता है। खासकर गुनगुने पानी से स्नान करने से शरीर का तापमान धीरे-धीरे संतुलित होता है और राहत मिलती है।
क्यों फायदेमंद है गुनगुने पानी से नहाना?
- शरीर की अतिरिक्त गर्मी को बाहर निकालने में मदद करता है
- पसीने और चिपचिपाहट को साफ करता है
- शरीर को ताजगी और हल्कापन महसूस होता है
- कभी-कभी बुखार के कारण सिरदर्द या चक्कर जैसा महसूस होता है, नहाने से राहत मिलती है
कैसे करें स्नान?
- पानी न बहुत ठंडा हो और न बहुत गर्म – सिर्फ गुनगुना (lukewarm)
- स्नान 5 से 10 मिनट तक ही सीमित रखें
- स्नान के बाद तुरंत ठंडी हवा या पंखे के नीचे न जाएं
- स्नान के बाद सूखे कपड़े पहनें और कुछ देर आराम करें
कब न नहाएं?
- अगर बुखार बहुत तेज़ है (102°F से ऊपर)
- कंपकंपी हो रही हो या शरीर बहुत कमज़ोर महसूस हो
- ठंडी लगने की स्थिति हो
याद रखें: बुखार में गुनगुने पानी से नहाना सिर्फ साफ-सफाई के लिए नहीं, बल्कि यह एक तरह का प्राकृतिक इलाज भी है। (बुखार में राहत के घरेलू उपाय)
निष्कर्ष (Conclusion) बुखार में राहत के घरेलू उपाय
बुखार कोई गंभीर बीमारी नहीं, बल्कि शरीर का एक संकेत है कि वह किसी संक्रमण से लड़ रहा है। ऐसे में ज़रूरी है कि आप अपने शरीर को आराम दें, पोषक और सुपाच्य भोजन, पर्याप्त जल, और प्राकृतिक घरेलू उपाय अपनाएं।
तुलसी का काढ़ा हो, नींबू-शहद का पेय, या अजवाइन की सेंक – ये सभी देसी नुस्खे न केवल लक्षणों से राहत दिलाते हैं, बल्कि शरीर की इम्युनिटी को भी मजबूत करते हैं।
ध्यान रखें: यदि बुखार 3 दिन से अधिक रहे, बहुत तेज़ हो (102°F से ऊपर) या अन्य लक्षण जैसे सांस लेने में तकलीफ, अत्यधिक कमजोरी आदि दिखें — तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
बुखार में राहत के घरेलू उपाय – FAQs
क्या बुखार में नहाना सुरक्षित है?
हां, लेकिन सिर्फ गुनगुने पानी से। ठंडा या बहुत गर्म पानी न लें। तेज़ बुखार होने पर स्नान टालना बेहतर होता है।
तुलसी का काढ़ा कितनी बार लिया जा सकता है?
दिन में 2 से 3 बार काढ़ा पीना सुरक्षित है। हमेशा ताज़ा बनाकर पिएं और बहुत गर्म न पिएं।
क्या लहसुन खाली पेट लिया जा सकता है?
नहीं, बुखार के समय लहसुन खाली पेट लेने से पेट में जलन हो सकती है। हमेशा हल्के भोजन के बाद लें।
बच्चों को भी ये घरेलू उपाय दे सकते हैं?
हां, लेकिन हल्के रूप में और कम मात्रा में दें। और यदि बच्चा 5 साल से कम उम्र का है तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा।
क्या ये उपाय कोरोना बुखार में भी फायदेमंद हैं?
हां, लेकिन सिर्फ सामान्य लक्षणों की राहत के लिए। अगर कोविड का शक हो तो RTPCR जांच कराएं और डॉक्टर की निगरानी में रहें।